NCERT MCQ Solutions for Class 10 Hindi Kritika अध्याय 3 मैं क्यों लिखता हूँ? सत्र 2025-26 के लिए विद्यार्थियों की परीक्षा तैयारी को सशक्त बनाने हेतु बेहद उपयोगी हैं। इन बहुविकल्पीय प्रश्नों से छात्र अध्याय की मूल भावना, लेखक की प्रेरणा और रचनात्मक सोच को गहराई से समझते हैं। सटीक हल और व्याख्या के माध्यम से यह समाधान आत्मविश्लेषणात्मक लेखन को समझने में मदद करते हैं और बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक पाने की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।
कक्षा 10 हिंदी कृतिका समाधान
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मैं क्यों लिखता हूँ? MCQ कक्षा 10 हिंदी कृतिका अध्याय 3
Q1. ‘मैं क्यों लिखता हूँ?’ पाठ के लेखक कौन हैं?
Q2. लेखक के अनुसार, लेखक क्यों लिखता है, इसका सच्चा उत्तर किससे संबंधित है?
Q3. लेखक अपनी ‘आभ्यंतर विवशता’ से मुक्ति पाने के लिए क्या करते हैं?
Q4. लेखक के अनुसार, सभी कृतिकार क्यों लिखते हैं?
लेखक का आत्म-संवाद: लेखन की जरूरत क्यों?
इस अध्याय में लेखक अपने मन से सीधा संवाद करता है। वह सोचता है कि वह आखिर क्यों लिखता है। यह प्रश्न सरल लगता है, पर उत्तर देना उतना ही कठिन है। लेखक अज्ञेय बताते है कि वह इसलिए लिखता है ताकि वह खुद को समझ सके। लिखना उन्हें खुद के अंदर झाँकने का अवसर देता है। लेखक यह भी कहते है कि हर लेखक किसी न किसी आंतरिक अनुभव या पीड़ा को अभिव्यक्त करने के लिए लिखता है। 10 कक्षा की हिंदी के अध्याय 3 को पढ़ने से छात्रों को आत्म-अन्वेषण और लेखकीय दृष्टिकोण समझने में मदद मिलती है। यही वजह है कि इस अध्याय से जुड़े MCQ प्रश्नों का अभ्यास जरूरी है, क्योंकि ये प्रश्न बच्चों को लेखकीय मनोविज्ञान की गहराई तक ले जाते हैं।
Q5. बाहरी दबावों में से कौन-सा एक कारण लेखक ने नहीं बताया है?
Q6. लेखक के अनुसार, लेखन का मूल प्रेरणा स्रोत क्या होता है?
Q7. हिरोशिमा पर लिखी कविता की प्रेरणा लेखक को किस दृश्य को देखकर मिली?
Q8. लेखक को पत्थर पर बनी मानव-छाया देखकर कैसा अनुभव हुआ?
लेखन के पीछे छिपा अनुभव और प्रेरणा
अज्ञेय अपने जीवन के अनुभवों के बारे में विस्तार से बताते है—कैसे फिजिक्स का छात्र रहते हुए उसने विज्ञान में तर्क खोजे और फिर एक दिन जापान की घटना ने उसकी सोच बदल दी। पाठ 3 मैं क्यों लिखता हूँ? में लेखक बताते है कि कैसे रेडियम की वजह से लोगों को कष्ट सहना पड़ा। यह अनुभव उसके लेखन में आया। वह कहतें है कि केवल अनुभव नहीं, बल्कि अनुभव से उपजी ‘वास्तविक अनुभूति’ लेखन को जन्म देती है। इस तरह लेखन केवल शब्द नहीं, बल्कि विचार और भावना का मिलन है। 10 कक्षा की हिंदी की किताब कृतिका के अध्याय 3 के MCQ हल करते हैं, तो वे लेखक के जीवन और उसकी सोच के विभिन्न पहलुओं को याद कर पाते हैं, जिससे अध्याय की समझ गहरी होती है।
Q9. हिरोशिमा पर लिखी कविता लेखक के किस प्रकार के दबाव का परिणाम थी?
Q10. लेखक को जापान में क्या देखने का अवसर मिला था?
Q11. लेखक के अनुसार, ‘सच्चा उत्तर’ यही है कि वे क्यों लिखते हैं?
Q12. लेखक ने ‘कृतित्व’ और ‘लेखन’ में क्या अंतर बताया है?
पीड़ा से प्रेरित लेखन और रचनात्मकता
लेखक बताते हैं कि लेखन केवल ज्ञान से नहीं, बल्कि संवेदना और पीड़ा से भी जन्म लेता है। जब मन में कुछ ऐसा अनुभव होता है जो शब्दों में उतरना चाहता है, तभी रचना होती है। लेखक के अनुसार, रचनात्मकता तब प्रकट होती है जब वह अनुभव या दृश्य मन को झकझोर देता है। जैसे जापान की घटना ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया और उन्होंने कविता लिखी। यही गहराई MCQ में पूछी जाने वाली बातों को समझने में मदद करती है। बहुविकल्पीय प्रश्नों के माध्यम से छात्र यह जान पाते हैं कि किस घटना ने लेखक को लिखने के लिए प्रेरित किया और उसकी सोच में कैसे बदलाव आया।
Q13. लेखक ने स्वयं को कैसे व्यक्ति के रूप में वर्णित किया है?
Q14. लेखक के अनुसार, रचनात्मक प्रक्रिया के पहले स्तर पर क्या होता है?
Q15. जापान से लौटकर ट्रेन में बैठे लेखक ने किसकी तस्वीर देखी?
Q16. लेखक ने अपनी हिरोशिमा कविता कहाँ लिखी?
लेखन अज्ञेय का उद्देश्य: सिर्फ अभिव्यक्ति नहीं, समाज से जुड़ाव
अंततः लेखक अज्ञेय पाठ मैं क्यों लिखता हूँ? में यह स्पष्ट करते है कि वह सिर्फ खुद के लिए नहीं लिखतें। उसका लेखन समाज से जुड़ा है, लोगों की पीड़ा से जुड़ा है। वह मानता है कि जब तक किसी बात की अनुभूति न हो, तब तक लेखन में सच्चाई नहीं आ सकती। लेखन को सार्थक तभी माना जाता है जब वह समाज को कुछ दे सके, पाठकों को सोचने पर मजबूर करे। अध्याय 3 के MCQ के अभ्यास से छात्र इस बात को समझते हैं कि लेखक का लेखन केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। दसवी कक्षा के हिंदी के इन प्रश्नों से छात्रों की विश्लेषणात्मक क्षमता भी विकसित होती है।
Q17. विज्ञान का दुरुपयोग किस घटना के माध्यम से दिखाया गया है?
Q18. लेखक के अनुसार, लेखन कार्य में ‘बाहरी दबाव’ का क्या महत्व है?
Q19. अज्ञेय ने लेखन के लिए किस प्रकार की ईमानदारी पर ज़ोर दिया है?
Q20. लेखक ने अपनी ‘अरी ओ करुणा प्रभामय’ काव्य-संग्रह में कौन-सी कविता संकलित की है?
Class 10 Hindi Kritika Chapter 3 MCQ को हल करने के किस प्रकार लाभ हैं?
Class 10 Hindi Kritika Chapter 3 MCQ को हल करने से विद्यार्थी को अध्याय की गहराई तक पहुँचने में मदद मिलती है। इस अध्याय 3 में लेखक आत्मनिरीक्षण करता है और सोचता है कि वह क्यों लिखता है। वह अनुभव और अनुभूति के अंतर को समझाता है, और यह भी कि भीतर की पीड़ा और समाज की घटनाएँ किस तरह लेखन को जन्म देती हैं। MCQ इन बिंदुओं को तेज़ी से समझने और याद रखने में सहायक होते हैं। बार-बार हल करने से स्मृति मजबूत होती है और परीक्षा में कम समय में सटीक उत्तर देने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही, यह भी अभ्यास हो जाता है कि पाठ के कौन-कौन से हिस्से ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं।
Class 10 Hindi Kritika Chapter 3 MCQ में किस प्रकार के सवाल अक्सर पूछे जाते हैं?
Class 10 Hindi Kritika Chapter 3 MCQ में ज्यादातर सवाल लेखक के लेखन के कारणों, अनुभवों और घटनाओं से जुड़े होते हैं। उदाहरण के तौर पर, हिरोशिमा की घटना से लेखक पर क्या प्रभाव पड़ा? क्या केवल अनुभव लिखने को प्रेरित करता है या उसकी गहराई अनुभूति में होती है? लेखक ने किस परिस्थिति में खुद को “लेखक” माना? ऐसे सवाल इस अध्याय की मूल भावना को समझने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। ये प्रश्न छात्रों को पाठ से सीधे जुड़ने में मदद करते हैं और यह भी सिखाते हैं कि भावनात्मक और वैचारिक पक्ष किस तरह मिलकर एक रचना को जन्म देते हैं।
Class 10 Hindi Kritika Chapter 3 MCQ की तैयारी करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
Class 10 Hindi Kritika अध्याय 3 के MCQ की तैयारी करते समय सबसे पहले पाठ को ध्यान से पढ़ना चाहिए। लेखक के विचारों को केवल रटने के बजाय समझना ज़रूरी है। आपको यह समझना होगा कि वह क्यों कहता है कि “मैं इसलिए लिखता हूँ ताकि खुद को जान सकूँ”। फिर, पाठ के मुख्य अंशों को चिन्हित करें जैसे—हिरोशिमा की घटना, अनुभूति का महत्व, लेखन का उद्देश्य आदि। इन पर आधारित प्रश्नों का अभ्यास करें और बार-बार खुद से उत्तर लिखें। जब आप Class 10 Hindi Kritika Chapter 3 MCQ को इस सोच के साथ हल करेंगे, तो उत्तर सिर्फ याद नहीं रहेंगे, बल्कि समझ के साथ आत्मसात हो जाएँगे। यही परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने की कुंजी है।