NCERT MCQ Solutions Class 7 Hindi Malhar Chapter 2 तीन बुद्धिमान (Session 2025-26) विद्यार्थियों को यह सिखाता है कि वास्तविक धन रुपया-पैसा नहीं बल्कि पैनी दृष्टि और तीव्र बुद्धि है। कहानी में तीन भाई अपनी सूझ-बूझ और तर्क शक्ति से ऊँट के बारे में सही बातें बताकर अपनी निर्दोषता सिद्ध करते हैं। यह अध्याय विद्यार्थियों को जीवन में विवेक, ध्यान और बुद्धिमानी के महत्व को समझने के लिए प्रेरित करता है तथा तार्किक सोच को प्रोत्साहित करता है।
कक्षा 7 हिंदी मल्हार पाठ 2 प्रश्न-उत्तर
कक्षा 7 हिंदी मल्हार के MCQ
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तीन बुद्धिमान Class 7 Hindi Malhar Chapter 2 MCQ
Q1. पिता ने अपने बेटों को किस प्रकार का धन संचित करने की सलाह दी थी?
Q2. सबसे बड़े भाई ने यह अनुमान कैसे लगाया कि रास्ते से एक बहुत बड़ा ऊँट गुजरा था?
Q3. मझले भाई को यह कैसे पता चला कि ऊँट एक आँख से नहीं देख पाता था?
Q4. सबसे छोटे भाई ने यह अनुमान कैसे लगाया कि ऊँट पर एक महिला और एक बच्चा सवार थे?
कक्षा 7 हिंदी मल्हार अध्याय 2 के पात्रों के गुण
कक्षा 7 हिंदी मल्हार अध्याय 2 “तीन बुद्धिमान” में तीन भाइयों को साधारण परिवार से दिखाया गया है, जिनके पास धन-संपत्ति नहीं थी, लेकिन उनकी सबसे बड़ी पूँजी उनकी पैनी दृष्टि और तीक्ष्ण बुद्धि थी। वे अपने आसपास की हर छोटी-बड़ी बात को गहराई से समझने और सही निष्कर्ष निकालने की क्षमता रखते थे। यह गुण उन्हें विशेष बनाता है। उनकी जिज्ञासा, आत्मविश्वास और परिस्थिति को भाँपने की योग्यता अद्वितीय थी। जब उन पर ऊँट चोरी का झूठा आरोप लगा, तब भी वे घबराए नहीं और धैर्यपूर्वक अपने तर्क से सच्चाई उजागर कर दी। यही उनकी ईमानदारी और दृढ़ चरित्र का प्रमाण है।
Q5. ऊँट के मालिक ने भाइयों पर चोरी का आरोप क्यों लगाया?
Q6. राजा ने भाइयों की बुद्धिमानी की परीक्षा लेने के लिए क्या किया?
Q7. भाइयों के अनुसार, राजा की पेटी में क्या वस्तु थी?
Q8. सबसे बड़े भाई को कैसे पता चला कि पेटी में कोई छोटी और गोल वस्तु है?
कक्षा 7 हिंदी मल्हार अध्याय 2 की विषय-वस्तु
इस अध्याय का मुख्य विषय यह है कि वास्तविक संपत्ति रुपये-पैसे या सोने-चाँदी में नहीं, बल्कि बुद्धिमानी और विवेकशीलता में है। तीनों भाइयों ने यह सिद्ध कर दिया कि सतर्क दृष्टि और तार्किक सोच से बिना किसी वस्तु को देखे भी उसके बारे में सही जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने ऊँट के पैरों के निशान, घास के चिह्न और पैरों के आकार से अनुमान लगाया और फिर पेटी में रखी वस्तु को भी सही पहचाना। यह कहानी यह बताती है कि विवेक और सूझबूझ के सहारे व्यक्ति किसी भी कठिन परिस्थिति का समाधान निकाल सकता है।
Q9. मझले भाई ने यह अनुमान कैसे लगाया कि पेटी में अनार ही होगा?
Q10. सबसे छोटे भाई को यह कैसे पता चला कि अनार कच्चा था?
Q11. घर से निकलने के बाद भाइयों को यात्रा में किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?
Q12. भाइयों की बुद्धिमानी से प्रभावित होकर राजा ने अंत में क्या निर्णय लिया?
कक्षा 7 हिंदी मल्हार अध्याय 2 का संदेश
कहानी का स्पष्ट संदेश यह है कि जीवन में धन-संपत्ति से अधिक महत्त्वपूर्ण बुद्धि, ईमानदारी और विवेक है। परिस्थितियाँ चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, यदि व्यक्ति अपनी दृष्टि और तर्क का प्रयोग करे तो वह सच्चाई तक पहुँच सकता है। तीनों भाइयों ने किसी भी प्रकार के प्रलोभन या भय में आए बिना अपनी बात साहसपूर्वक रखी और अपनी निर्दोषता साबित की। यह अध्याय विद्यार्थियों को यह सिखाता है कि कठिनाइयों का सामना विवेक, साहस और धैर्य से किया जाए तो व्यक्ति न केवल सम्मान प्राप्त करता है, बल्कि दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन जाता है।
Q13. इस लोककथा से यह निष्कर्ष निकलता है कि सबसे बड़ी ताकत क्या है?
Q14. राजा के चरित्र की कौन सी विशेषता पेटी वाली घटना से उजागर होती है?
Q15. जब ऊँट के मालिक ने उन पर चोरी का आरोप लगाया, तो भाइयों की क्या प्रतिक्रिया थी?
Q16. पिता की मृत्यु के बाद भाइयों ने यात्रा पर जाने का निर्णय क्यों लिया?
कक्षा 7 हिंदी मल्हार अध्याय 2 का सारांश
कक्षा 7 हिंदी मल्हार अध्याय 2 “तीन बुद्धिमान” में तीन भाइयों की कहानी है, जो निर्धन होते हुए भी बुद्धि और निरीक्षण क्षमता के बल पर असाधारण सिद्ध हुए। वे यात्रा के दौरान ऊँट और पेटी से जुड़ी घटनाओं का अनुमान अपनी पैनी दृष्टि से लगाते हैं। राजा द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर उन्होंने तर्क और साक्ष्यों से दिया। अंततः राजा ने उनकी प्रतिभा को स्वीकार किया और उन्हें अपने दरबार में सम्मान दिया। यह अध्याय विद्यार्थियों को समझाता है कि सच्ची सफलता और सम्मान धन से नहीं, बल्कि गहरी सोच, विवेकशीलता और सही निर्णय लेने की क्षमता से मिलती है।