NCERT MCQ Solutions for Class 10 Hindi Sparsh अध्याय 7 आत्मत्राण (रविंद्रनाथ ठाकुर) शैक्षणिक सत्र 2025-26 में विद्यार्थियों के लिए बहुविकल्पीय प्रश्नों के सरल और सटीक उत्तर दिए गए हैं। यह कविता आत्मबल, साहस और ईश्वर से आत्मिक शक्ति की प्रार्थना पर आधारित है। MCQ अभ्यास से छात्रों की पाठ की समझ और परीक्षा तैयारी दोनों मजबूत होती है। यह समाधान सत्र 2025-26 के नवीनतम पाठ्यक्रम पर आधारित है।
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आत्मत्राण MCQ कक्षा 10 हिंदी स्पर्श अध्याय 7

Q1. “आत्मत्राण” का अर्थ क्या है?

[A]. आत्मा की हत्या
[B]. आत्मा की रक्षा
[C]. आत्मा का नाश
[D]. आत्मा का विकास

Q2. “विपदाओं से मुझे बचाओ, यह मेरी प्रार्थना नहीं” से कवि का क्या तात्पर्य है?

[A]. वह कष्ट चाहता है
[B]. वह साहस चाहता है
[C]. वह धन चाहता है
[D]. वह शक्ति चाहता है

Q3. “केवल इतना हो (करुणामय)” में कवि क्या चाहता है?

[A]. विपत्तियों से मुक्ति
[B]. धन-संपत्ति
[C]. साहस और शक्ति
[D]. प्रसिद्धि

Q4. “कभी न विपदा में पाऊं भय” से कवि की कौन सी इच्छा प्रकट होती है?

[A]. भयभीत होने की
[B]. निर्भय रहने की
[C]. भागने की
[D]. छुपने की

अध्याय की भूमिका और लेखक की सोच

यह अध्याय गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर द्वारा रचित एक प्रेरणादायक कविता है, जिसमें आत्मबल, आस्था और साहस को दर्शाया गया है। कवि ईश्वर से यह प्रार्थना करता है कि वह उसे विपत्तियों से बचाने के लिए कमजोर न बनाए, बल्कि इतनी शक्ति दे कि वह विपत्तियों का सामना स्वयं कर सके। यह सोच बच्चों को आत्मनिर्भर और मानसिक रूप से सशक्त बनने की प्रेरणा देती है। अध्याय पढ़कर हमें समझ में आता है कि कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं माननी चाहिए। इस अध्याय से जुड़े MCQ अभ्यास करने से न केवल कविता की पंक्तियाँ याद रहती हैं, बल्कि उनका भावार्थ भी स्पष्ट होता है, जो परीक्षा में बहुत सहायक होता है।

Q5. “दुःख-ताप से व्यथित चित्त को न दो सांत्वना नहीं सही” का भाव क्या है?

[A]. सांत्वना की इच्छा
[B]. दुःख से बचने की इच्छा
[C]. कष्ट सहने की शक्ति की इच्छा
[D]. आराम की इच्छा

Q6. “पर इतना होवे (करुणामय)” में कवि की क्या प्रार्थना है?

[A]. कष्ट से मुक्ति
[B]. दुःख सहने की शक्ति
[C]. धन की प्राप्ति
[D]. प्रसिद्धि की प्राप्ति

Q7. “दुःख को मैं कर सकूं सदा जय” का अर्थ क्या है?

[A]. दुःख से हार जाना
[B]. दुःख पर विजय पाना
[C]. दुःख से भागना
[D]. दुःख को भूल जाना

Q8. “कोई कहीं सहायक न मिले” की स्थिति में कवि क्या चाहता है?

[A]. निराशा में डूबना
[B]. हार मान लेना
[C]. अकेले संघर्ष करने की शक्ति
[D]. भाग जाना

आत्मबल की महत्ता और संदेश

कविता का मूल भाव यह है कि जीवन में जब कठिन समय आता है, तब व्यक्ति को अपनी आंतरिक शक्ति से लड़ने की प्रेरणा मिलनी चाहिए। कवि यह नहीं चाहता कि ईश्वर उसे कठिनाइयों से बचाए, बल्कि वह चाहता है कि उसे इतना बल मिले कि वह स्वयं इनका समाधान कर सके। यह शिक्षा विद्यार्थियों के जीवन में आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाने का कार्य करती है। जब विद्यार्थी इस कविता पर आधारित MCQ हल करते हैं, तो वे कविता की सूक्ष्म बातों और मूल भावों को और अच्छे से समझ पाते हैं, जिससे उनकी पाठ की पकड़ मजबूत होती है।

Q9. “तो अपना बल पौरुष न हिले” में कौन सा गुण प्रकट होता है?

[A]. कायरता
[B]. वीरता और दृढ़ता
[C]. आलस्य
[D]. अहंकार

Q10. “हानि उठानी पड़े जगत् में लाभ अगर वंचना रही” में कौन सा भाव है?

[A]. लाभ की इच्छा
[B]. हानि का डर
[C]. त्याग की भावना
[D]. धैर्य और संतुष्टि

Q11. “तो भी मन में ना मानूं क्षय” का अर्थ क्या है?

[A]. मन में खुशी महसूस करना
[B]. मन में हताशा न आने देना
[C]. मन में क्रोध करना
[D]. मन में भ्रम रखना

Q12. “मेरा त्राण करो अनुदिन तुम यह मेरी प्रार्थना नहीं” में क्या संदेश है?

[A]. स्वावलंबन का
[B]. पराधीनता का
[C]. आलस्य का
[D]. निराशा का
कविता की भाषा और शैली

‘आत्मत्राण’ कविता की भाषा अत्यंत सरल, सरस और प्रभावशाली है। इसमें प्रतीकों और भावनाओं का सुंदर प्रयोग किया गया है। कवि ने विनम्रता से ईश्वर से संवाद किया है और स्पष्ट शब्दों में अपनी आत्मिक शक्ति की कामना की है। यह शैली विद्यार्थियों को साहित्यिक अभिव्यक्ति और काव्य सौंदर्य को समझने में मदद करती है। जब छात्र MCQ प्रश्नों का अभ्यास करते हैं, तो वे कविता की भाषा शैली, शिल्प और प्रतीकों को पहचानना सीखते हैं, जिससे उनका भाषा-विज्ञान और साहित्यिक समझ दोनों विकसित होते हैं।

Q13. “बस इतना होवे (करुणामय)” में “करुणामय” किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?

[A]. कवि के लिए
[B]. ईश्वर के लिए
[C]. मित्र के लिए
[D]. गुरु के लिए

Q14. “तरने की हो शक्ति अनामय” में “अनामय” का अर्थ है:

[A]. बीमारी
[B]. स्वास्थ्य
[C]. निर्विकार
[D]. पूर्ण

Q15. “मेरा भार अगर लघु करके न दो सांत्वना नहीं सही” का भाव क्या है?

[A]. भार कम करने की इच्छा
[B]. सांत्वना की इच्छा
[C]. बोझ सहने की शक्ति की इच्छा
[D]. आराम की इच्छा

Q16. “केवल इतना रखना अनुनय” में कवि की क्या प्रार्थना है?

[A]. धन की प्राप्ति
[B]. यश की प्राप्ति
[C]. शक्ति की प्राप्ति
[D]. सुख की प्राप्ति
परीक्षा की दृष्टि से अध्याय का महत्व

यह अध्याय परीक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें गहरे नैतिक संदेश छिपे हुए हैं। आत्मबल, धैर्य और विश्वास जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न परीक्षा में पूछे जाते हैं। कविता की पंक्तियाँ और उनका भाव समझना आवश्यक होता है। MCQ अभ्यास करने से विद्यार्थी उन प्रश्नों का उत्तर शीघ्र और सटीक रूप से दे सकते हैं। साथ ही यह अभ्यास उन्हें बोर्ड परीक्षा की तैयारी में आत्मविश्वासी बनाता है, क्योंकि बहुविकल्पीय प्रश्न उनकी संपूर्ण समझ और पाठ-ज्ञान की परीक्षा लेते हैं।

Q17. “वहन कर सकूं इसको निर्भय” में कौन सा गुण प्रकट होता है?

[A]. कायरता
[B]. निर्भयता
[C]. चतुराई
[D]. अहंकार

Q18. “नत शिर होकर सुख के दिन में” का अर्थ क्या है?

[A]. सुख में अहंकार करना
[B]. सुख में विनम्र रहना
[C]. सुख में उदास रहना
[D]. सुख में भूल जाना

Q19. “तब मुख पहचानूं छिन-छिन में” का भाव क्या है?

[A]. ईश्वर की पहचान
[B]. स्वयं की पहचान
[C]. मित्रों की पहचान
[D]. शत्रुओं की पहचान

Q20. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?

[A]. ईश्वर से सुख मांगना
[B]. कष्टों से बचना
[C]. आत्मनिर्भरता और साहस
[D]. निराशा में डूबना

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 7 MCQ — क्या-कौन से टॉपिक सबसे अधिक बार पूछे जाते हैं?

इस अध्याय ‘आत्मत्राण’ में जो MCQ अक्सर पूछे जाते हैं, वे मुख्य रूप से तीन विषयों से सम्बंधित होते हैं। पहला, कविता में कवि किससे और क्या प्रार्थना कर रहा है? जैसे “विपत्तियों से रक्षा नहीं चाहिए, शक्ति चाहिए।” दूसरा विषय है कविता के प्रमुख प्रतीक और पंक्तियाँ—जैसे “हानि-लाभ, सहायक न मिलना” आदि। तीसरा भाग होता है कविता के शीर्षक का भावार्थ—‘आत्मत्राण’ का अर्थ और उससे क्या संदेश मिलता है। इन MCQ से छात्र कविता के भाव, शीर्षक और कवि की सोच को सरलता से समझ पाते हैं और परीक्षा में सहजता से उत्तर दे पाते हैं। नियमित MCQ अभ्यास से ये मुख्य विषय स्थिर हो जाते हैं।

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 7 MCQ इन्हें प्रेक्टिस क्यों ज़रूरी है?

MCQ का अभ्यास करना कक्षा 10 के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि CBSE परीक्षा की नई संरचना में 50% अंक MCQ पर आधारित होते हैं। “Class 10 Hindi Sparsh Chapter 7 MCQ” के नियमित अभ्यास से छात्र कविता के अर्थ, कवि के भाव, भाषा शैली, शीर्षक का महत्व और महत्वपूर्ण पंक्तियों को आसानी से याद कर लेते हैं। वहीँ, समयबद्ध तरीके से उत्तर देने की क्षमता भी बढ़ती है। MCQ हल करने से विस्मृति कम होती है और आत्मविश्वास बढ़ता है। इससे छात्र बारीकियाँ नहीं भूलते और परीक्षा में शॉर्ट और सही उत्तर देने में माहिर बनते हैं। सही अभ्यास से वे परीक्षा में तेज़ और सटीक उत्तर दे पाते हैं।

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 7 MCQ कैसे करें प्रभावी MCQ तैयारी?

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 7 MCQ की तैयारी करने के लिए एक व्यवस्थित योजना बनाएं। सबसे पहले कविता को पूरी लगन से एक-दो बार पढ़ें और भाव समझें। फिर MCQ प्रश्नों का संग्रह लेकर नियमित अभ्यास करें। हर MCQ हल करते समय उस पंक्ति या भाव को दोबारा पढ़ें जिससे वह प्रश्न जुड़ा है। उत्तर का कारण भी नोट करें। इसके अलावा, शंकित प्रश्नों को अलग रखें और अध्यापक या साथियों से चर्चा करें। यह प्रक्रिया आपको उन महत्वपूर्ण भागों पर ध्यान देने में मदद करती है और याददाश्त मजबूत होती है। नियमित पुनरावृति से NPDR यानी “No Panic during Results” जैसे माहौल बनता है और धीरे-धीरे MCQ उत्तर देने में शोर्फ़ बढ़ता है।