NCERT MCQ Solutions for Class 10 Hindi Sparsh अध्याय 1 साखी (कबीर) सत्र 2025-26) में छात्रों को कबीर की साखियों का गहराई से अध्ययन करने में मदद करते हैं। ये बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर आधारित अभ्यास न केवल परीक्षा की तैयारी को मजबूत बनाते हैं, बल्कि काव्य की भावनात्मक और दार्शनिक समझ को भी विकसित करते हैं। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के अनुसार तैयार ये समाधान, बोर्ड परीक्षा के लिए विशेष रूप से उपयोगी और अभ्यास योग्य सामग्री प्रदान करते हैं।
कक्षा 10 हिंदी स्पर्श समाधान
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साखी MCQ कक्षा 10 हिंदी स्पर्श अध्याय 1

Q1. “ऐसी बाँणी बोलिये, मन का आपा खोइ। अपना तन सीतल करै, औरन कौं सुख होइ।।” इस दोहे में ‘आपा’ का क्या अर्थ है?

[A]. शरीर
[B]. अहंकार
[C]. मन
[D]. आत्मा

Q2. कस्तूरी मृग अपनी नाभि में स्थित कस्तूरी को कहाँ ढूँढता है?

[A]. घर में
[B]. वन में
[C]. अपने शरीर में
[D]. पहाड़ों में

Q3. कबीर के अनुसार, जब ‘मैं’ (अहंकार) था तब कौन नहीं था?

[A]. गुरु
[B]. हरि (ईश्वर)
[C]. शिष्य
[D]. संसार

Q4. ‘दीपक देख्या माँहि’ से क्या अभिप्राय है?

[A]. घर में दीपक देखना
[B]. ज्ञान का प्रकाश होना
[C]. अंधेरा दूर करना
[D]. पूजा करना

कबीर की साखियों का भावार्थ और उनका महत्व

कबीर की साखियाँ छोटी-छोटी पंक्तियों में गहरे जीवन सत्य छिपाए होती हैं। यह अध्याय हमें आत्मज्ञान, ईश्वर भक्ति, और सामाजिक सोच में सुधार लाने की प्रेरणा देता है। कबीर किसी धर्म, जाति या पंथ के बंधनों में नहीं बंधे, बल्कि उन्होंने सत्य को ही धर्म माना। एन.सी.ई.आर.टी हिंदी अध्याय 1 कबीर में हम सीखते हैं कि आत्मा की शुद्धता, विनम्रता और कर्म की महत्ता क्या है। इसलिए कबीर की साखियों को समझना जरूरी है। इसके साथ ही, अगर हम इस अध्याय से जुड़े MCQs हल करते हैं, तो न केवल हमें पंक्तियों का गहन अर्थ याद रहता है, बल्कि परीक्षा के दृष्टिकोण से भी यह अभ्यास बेहद मददगार होता है। अध्याय 1 कबीर के MCQs हमें तर्कशीलता और तीव्र स्मरणशक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं।

Q5. कबीर के अनुसार सुखी कौन है?

[A]. जो जागता और रोता है
[B]. जो खाता और सोता है
[C]. जो भक्ति करता है
[D]. जो ज्ञान प्राप्त करता है

Q6. कबीर दास जी स्वयं को दुखी क्यों मानते हैं?

[A]. उन्हें खाने-पीने की चिंता है
[B]. वे जागते और रोते हैं (ईश्वर विरह में)
[C]. उन्हें नींद नहीं आती
[D]. उनके पास धन नहीं है

Q7. ‘बिरह भुवंगम तन बसै’ में ‘भुवंगम’ का क्या अर्थ है?

[A]. बिच्छू
[B]. कीड़ा
[C]. सांप
[D]. रोग

Q8. राम के वियोगी के लिए कबीर ने क्या कहा है?

[A]. वह जीवित रहता है
[B]. वह जीवित नहीं रहता या पागल हो जाता है
[C]. वह सुखी रहता है
[D]. वह संसार में भटकता है

कबीर की भाषा और शैली की सरलता

कबीर ने अपनी बात को बेहद सरल, लोकभाषा में प्रस्तुत किया। उनकी भाषा ‘पंचमेल खिचड़ी’ कहलाती है क्योंकि इसमें ब्रज, अवधी, राजस्थानी और भोजपुरी जैसे अनेक भाषाओं का मेल है। इससे पाठक या विद्यार्थी जल्दी जुड़ जाते हैं। यह कक्षा 10 की क्षितिज के अध्याय 1 ने केवल हिंदी भाषा की विविधता को दिखाता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि सच्चाई को सादगी से कैसे कहा जा सकता है। जब विद्यार्थी कबीर के अध्याय 1 के MCQs हल करते हैं, तो वे कबीर की भाषा-शैली, प्रतीकों और व्यंग्य को पहचानने में माहिर हो जाते हैं। इससे काव्य-ज्ञान मजबूत होता है और भाषा के प्रश्नों को सही ढंग से हल करना आसान होता है।

Q9. कबीर ने अपने स्वभाव को निर्मल रखने के लिए क्या उपाय सुझाया है?

[A]. पूजा-पाठ करना
[B]. निंदक को पास रखना
[C]. तीर्थ यात्रा करना
[D]. धन अर्जित करना

Q10. कबीर के अनुसार, ‘पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुवा, पंडित भया न कोइ।’ इस पंक्ति में किस प्रकार के ज्ञान की बात की गई है?

[A]. अनुभव ज्ञान
[B]. शास्त्रीय ज्ञान
[C]. व्यावहारिक ज्ञान
[D]. आध्यात्मिक ज्ञान

Q11. कबीर के अनुसार पंडित कौन होता है?

[A]. जो अनेक पुस्तकें पढ़ता है
[B]. जो ‘पीव’ (प्रिय/ईश्वर) का एक अक्षर पढ़ता है
[C]. जो धार्मिक कर्मकांड करता है
[D]. जो संसार का त्याग करता है

Q12. कबीर ने ‘हम घर जाल्या आपणाँ, लिया मुराड़ा हाथि’ पंक्ति में क्या जलाने की बात की है?

[A]. अपना घर
[B]. मोह-माया रूपी घर
[C]. दूसरों का घर
[D]. अपनी झोपड़ी
जीवन-मूल्य और नैतिक शिक्षा का पाठ

‘कबीर – साखी’ अध्याय 1 हिंदी क्षितिज एन.सी.ई.आर.टी हमें आत्ममंथन, सच्चाई, विनम्रता और संतोष जैसे गुण सिखाता है। कबीर ने जीवन को एक यात्रा माना जिसमें आत्मज्ञान और ईश्वर से जुड़ाव ही अंतिम लक्ष्य है। उन्होंने अहंकार, लालच और दिखावे से दूर रहने को कहा। एन.सी.ई.आर.टी हिंदी के इस अध्याय को पढ़कर विद्यार्थी न केवल कविता का भाव समझते हैं बल्कि अपने जीवन में नैतिकता को अपनाने की प्रेरणा भी लेते हैं। जब हम इससे जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) का अभ्यास करते हैं, तो हमें यह समझने में मदद मिलती है कि कौन-से श्लोक किस जीवन-मूल्य की ओर संकेत करते हैं। यह अभ्यास विद्यार्थियों को परीक्षा में विश्लेषण करने की क्षमता देता है।

Q13. कबीर का जन्म कब और कहाँ हुआ माना जाता है?

[A]. 1398 में दिल्ली में
[B]. 1498 में मगहर में
[C]. 1398 में काशी में
[D]. 1518 में काशी में

Q14. कबीर कितने वर्ष की आयु तक जीवित रहे?

[A]. 100 वर्ष
[B]. 110 वर्ष
[C]. 120 वर्ष
[D]. 130 वर्ष

Q15. कबीर ने अपने अंतिम कुछ वर्ष कहाँ बिताए और वहीं चिरनिद्रा में लीन हो गए?

[A]. काशी में
[B]. हरिद्वार में
[C]. मगहर में
[D]. अयोध्या में

Q16. कबीर किस प्रकार के कवि थे?

[A]. श्रृंगारिक कवि
[B]. क्रांतदर्शी कवि
[C]. प्रकृति कवि
[D]. वीर रस के कवि
परीक्षा की तैयारी में साखी और MCQs का योगदान

‘कबीर – साखी’ अध्याय 1 कक्षा 10 हिंदी एन.सी.ई.आर.टी के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें दिए गए श्लोक, उनके भावार्थ और व्याख्या से जुड़े प्रश्न सीधे परीक्षा में पूछे जाते हैं। इसलिए केवल पाठ 1 कबीर पढ़ना ही नहीं, बल्कि उससे जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) का नियमित अभ्यास आवश्यक है। हिंदी एन.सी.ई.आर.टी कक्षा 10 के MCQs अभ्यास से विद्यार्थियों को समयबद्ध तरीके से उत्तर देना, विषयवस्तु को दोहराना और आत्मविश्वास बढ़ाना आता है। इससे उनका समग्र प्रदर्शन बेहतर होता है। यही कारण है कि अध्याय के साथ-साथ उसके अध्याय 1 के MCQs को गंभीरता से पढ़ना और हल करना हर छात्र के लिए जरूरी है।

Q17. कबीर किसे अधिक महत्त्व देते थे?

[A]. शास्त्रीय ज्ञान को
[B]. अनुभव ज्ञान को
[C]. पुस्तक ज्ञान को
[D]. तर्क ज्ञान को

Q18. ‘साखी’ शब्द किस शब्द का तद्भव रूप है?

[A]. साक्षी
[B]. साक्ष्य
[C]. साख
[D]. सिख

Q19. कबीर की भाषा को ‘पचमेल खिचड़ी’ क्यों कहा जाता है?

[A]. क्योंकि उसमें अनेक भाषाओं के शब्द मिले हैं
[B]. क्योंकि वह समझने में कठिन है
[C]. क्योंकि वह केवल एक क्षेत्र की भाषा है
[D]. क्योंकि वह केवल धार्मिक ग्रंथों में प्रयुक्त होती है

Q20. कबीर के अनुसार, ईश्वर कहाँ विद्यमान है?

[A]. केवल मंदिर में
[B]. प्रत्येक कण में
[C]. केवल गुरु में
[D]. आकाश में

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 1 MCQ की तैयारी के लिए किन विषयों पर ध्यान देना चाहिए?

इस अध्याय की MCQ तैयारी के लिए सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि कबीर की साखियाँ प्रतीकों और भावों से भरी होती हैं। आपको श्लोकों का अर्थ, उनमें छुपा संदेश, कबीर की भाषा शैली और उनके जीवन-मूल्य पर ध्यान देना चाहिए। जैसे “जब मैं था तब हरि नहीं…” में आत्म-अहंकार को दर्शाया गया है। “कस्तूरी कुंडली बसै…” में आत्मा और ईश्वर की तलाश का रूपक है। कक्षा 10 की हिंदी स्पर्श के MCQ की तैयारी के दौरान जब आप इन बिंदुओं पर आधारित सवाल हल करते हैं, तो न केवल आपकी याददाश्त बढ़ती है बल्कि भावों को समझने की कला भी आती है। यह अभ्यास परीक्षा के लिए काफी उपयोगी होता है।

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 1 MCQ हल करने से कबीर की साखियों की समझ कैसे बेहतर होती है?

हिंदी एन.सी.ई.आर.टी के MCQ हल करना सिर्फ याद रखने का अभ्यास नहीं है, बल्कि समझ को भी गहराई देता है। जब आप अध्याय 1 कबीर की साखियों से जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्न हल करते हैं, तो हर विकल्प आपको सोचने पर मजबूर करता है कि कौन-सा अर्थ सबसे सटीक है। जैसे, “निंदक नेड़ा राखिए…” साखी में निंदक को ‘गुरु’ के समान बताया गया है—अगर MCQ में यह पूछा जाए, तो आप सोचते हैं कि कबीर किस भाव को सामने ला रहे हैं। इससे हर साखी का असली मर्म स्पष्ट होता है। दसवी की हिंदी स्पर्श के MCQs आपकी आलोचनात्मक सोच बढ़ाते हैं और यह समझाते हैं कि कबीर सिर्फ धार्मिक नहीं, जीवनशिक्षक भी थे।

क्या Class 10 Hindi Sparsh Chapter 1 MCQ से बोर्ड परीक्षा की तैयारी में मदद मिलती है?

बिलकुल, यह MCQs बोर्ड परीक्षा में तैयारी का मजबूत आधार बनाते हैं। साखियों के अर्थ, प्रतीकों और कबीर के जीवन-दर्शन पर आधारित प्रश्न सीधे परीक्षा में पूछे जाते हैं। जब आप नियमित रूप से MCQ हल करते हैं, तो आपको यह आभास होता है कि कौन-से विषय सबसे महत्वपूर्ण हैं और परीक्षा में किस तरह के सवाल आ सकते हैं। इससे दो फायदे होते हैं – एक तो समय पर अध्याय 1 कबीर को दोहराना आसान हो जाता है और दूसरा आत्मविश्वास बढ़ता है। दसवी कक्षा के हिंदी एन.सी.ई.आर.टी के MCQ अभ्यास आपकी गति, सटीकता और विषय के प्रति समझ को मजबूत करता है, जिससे बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाना संभव हो पाता है।