NCERT MCQ Solutions for Class 10 Hindi Sanchayan अध्याय 2 सपनों के से दिन (गुरुदयाल सिंह) सत्र 2025-26 के लिए विद्यार्थियों को इस पाठ के महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्नों का अभ्यास कराता है। यह समाधान पत्र सभी प्रश्नों के सटीक उत्तर, व्याख्या और पाठ से संबंधित संदर्भों के साथ तैयार किया गया है। इससे छात्रों की समझ मजबूत होती है और परीक्षा में अच्छे अंक लाने में मदद मिलती है। अभ्यास के लिए यह एक उपयोगी संसाधन है।
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सपनों के से दिन MCQ कक्षा 10 हिंदी संचयन अध्याय 2

Q1. ‘सपनों के-से दिन’ पाठ के लेखक कौन हैं?

[A]. प्रेमचंद
[B]. सीताराम सेकसरिया
[C]. गुरुदयाल सिंह
[D]. निदा फ़ाज़ली

Q2. लेखक के बचपन के अधिकतर साथी कैसे परिवारों के थे?

[A]. बहुत अमीर
[B]. शहर के बड़े परिवारों के
[C]. लेखक जैसे ही साधारण परिवारों के
[D]. दूर के गाँवों से आए हुए

Q3. बचपन में लेखक और उनके साथियों की वेशभूषा कैसी थी?

[A]. साफ़-सुथरी और अच्छी
[B]. नंगे पाँव, फटी-मैली सी कच्छी और टूटे बटनों वाले फटे कुर्ते
[C]. हमेशा जूते पहने हुए
[D]. बिलकुल नए कपड़े

Q4. लेखक के बचपन में अधिकतर साथी स्कूल क्यों नहीं जाते थे?

[A]. उन्हें पढ़ाई पसंद नहीं थी।
[B]. उन्हें काम करना पड़ता था।
[C]. उनके माता-पिता उन्हें स्कूल नहीं भेजते थे क्योंकि वे पढ़ाई का महत्व नहीं समझते थे।
[D]. स्कूल बहुत दूर थे।

बचपन की दुनिया – खेल, दोस्त और मासूमियत

इस अध्याय में लेखक ने अपने बचपन की सुनहरी यादों को साझा किया है। वह अपने दोस्तों के साथ खेले गए खेलों, लगाई गई चोटों, और माता-पिता की डाँट से बचने की मासूम कोशिशों को याद करते हैं। गांव की गलियाँ, मिट्टी में खेलना, छोटे-छोटे कामों में जिम्मेदारी निभाना – यह सब मिलकर एक अलग ही दुनिया बनाते हैं, जिसे लेखक “सपनों जैसे दिन” कहते हैं। इस भाग को पढ़ते हुए बच्चों को यह समझ में आता है कि जीवन की छोटी-छोटी बातें भी कितनी कीमती होती हैं। इस अध्याय से जुड़े MCQ प्रश्नों के अभ्यास से विद्यार्थी यह जान पाते हैं कि कैसे घटनाओं को क्रम में रखें, पात्रों को पहचानें और लेखक की भावनाओं को समझें।

Q5. लेखक को स्कूल अध्यापक बनने के लिए ट्रेनिंग करने के बाद क्या समझ आया?

[A]. बच्चों को खेलना क्यों अच्छा लगता है।
[B]. बच्चों को स्कूल क्यों नहीं पसंद।
[C]. बच्चों को डांटना क्यों ज़रूरी है।
[D]. बच्चे क्यों शरारती होते हैं।

Q6. पी.टी. सर (प्रीतमचंद) का स्वभाव कैसा था?

[A]. बहुत नम्र और दयालु
[B]. सख्त और अनुशासनप्रिय, लेकिन बच्चों के हितैषी
[C]. हमेशा गुस्से में रहने वाले
[D]. बच्चों को खेलने की छूट देने वाले

Q7. हेडमास्टर शर्मा जी का स्वभाव कैसा था?

[A]. बहुत गुस्सैल
[B]. बहुत नम्र और शांत
[C]. सख्त लेकिन न्यायप्रिय
[D]. हमेशा बच्चों को पीटने वाले

Q8. लेखक को स्कूल जाने में क्यों अच्छा नहीं लगता था?

[A]. उन्हें खेलना ज़्यादा पसंद था।
[B]. उन्हें पढ़ाई से नफरत थी।
[C]. उन्हें पीटना पड़ता था और पढ़ाई नीरस लगती थी।
[D]. स्कूल बहुत दूर था।

गाँव का परिवेश और सामूहिक जीवन

लेखक के अनुसार, उनके गाँव में एकता और सहयोग की भावना बहुत गहरी थी। पड़ोसी परिवारों का मेल-जोल, साथ मिलकर त्योहार मनाना, और बच्चों को पूरे मोहल्ले द्वारा सँभालना – ये सब अनुभव आज के समय में दुर्लभ हो गए हैं। यह वर्णन न केवल गाँव के सामाजिक ढांचे को दर्शाता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि सामूहिक जीवन हमें आपसी सहयोग और सामाजिक मूल्यों को जीना सिखाता है। MCQ प्रश्नों की मदद से छात्र गाँव की जीवनशैली, पात्रों की भूमिकाएं, और सामाजिक बुनावट को समझ सकते हैं, जिससे परीक्षा में उनकी विश्लेषण क्षमता भी बढ़ती है।

Q9. लेखक को स्कूल जाना कब अच्छा लगने लगा?

[A]. जब वे बड़े हो गए।
[B]. जब वे चौथी कक्षा में पहुँचे और पी.टी. सर ने उन्हें स्काउटिंग सिखाई।
[C]. जब उन्हें होमवर्क नहीं मिलता था।
[D]. जब उनके दोस्त स्कूल आने लगे।

Q10. पी.टी. सर को हेडमास्टर शर्मा जी ने क्यों सस्पेंड कर दिया था?

[A]. उन्होंने किसी छात्र को बहुत पीटा था।
[B]. उन्होंने छात्रों को गाली दी थी।
[C]. उन्होंने बच्चों को खुली हवा में कसरत करने को कहा था।
[D]. उन्होंने छात्रों से फीस जमा कराने में गलती की थी।

Q11. लेखक को स्कूल की नई कॉपियों और पुरानी किताबों से कैसी गंध आती थी?

[A]. अच्छी गंध
[B]. बुरी गंध
[C]. एक विशेष प्रकार की गंध जो उन्हें उदास करती थी
[D]. कोई गंध नहीं आती थी

Q12. लेखक गर्मियों की छुट्टियों में अपना होमवर्क कब पूरा करने की योजना बनाते थे?

[A]. छुट्टियों के शुरुआत में
[B]. छुट्टियों के बीच में
[C]. छुट्टियों के आखिरी दिनों में
[D]. कभी नहीं करते थे
विद्यालय और शिक्षकों का प्रभाव

अध्याय में लेखक अपने स्कूल और शिक्षकों का भी ज़िक्र करते हैं – कैसे शिक्षकों का अनुशासन, कड़ी मेहनत, और व्यक्तिगत मार्गदर्शन उनके जीवन की दिशा तय करता है। खासकर पीटी मास्टर ‘शर्मा जी’ का उल्लेख प्रेरणादायक है, जो बच्चों को केवल शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से भी मजबूत बनाते हैं। यह भाग बताता है कि एक अच्छा शिक्षक जीवन भर याद रहता है। MCQ प्रश्नों के अभ्यास से छात्र यह जान पाते हैं कि किस शिक्षक ने क्या सिखाया, कौन-सी घटना किसके साथ जुड़ी है, और शिक्षा का किस तरह उनके जीवन में प्रभाव पड़ा।

Q13. पी.टी. सर के बदले नए पी.टी. सर का स्वभाव कैसा था?

[A]. पुराने सर जितने सख्त
[B]. बहुत नरम और कम गुस्सैल
[C]. केवल अनुशासनप्रिय
[D]. बच्चों को पीटने वाले

Q14. लेखक के अनुसार, बच्चे खेलना क्यों पसंद करते हैं?

[A]. यह मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन है।
[B]. उन्हें खेलते समय अपनी आज़ादी का एहसास होता है।
[C]. खेलने से वे अपनी मार-पिटाई भूल जाते हैं और अपनी रचनात्मकता का उपयोग कर पाते हैं।
[D]. खेलने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है।

Q15. लेखक अपने बचपन के दिनों को ‘सपनों के-से दिन’ क्यों कहते हैं?

[A]. क्योंकि वे दिन बहुत सुखद थे।
[B]. क्योंकि वे दिन वास्तविकता से दूर थे।
[C]. क्योंकि वे दिन बच्चों की कल्पनाओं और खेलकूद में बीतते थे, जो सपनों जैसे लगते थे।
[D]. क्योंकि वे दिन बहुत मुश्किल थे।

Q16. लेखक के स्कूल में मास्टर जी बच्चों को कैसे पढ़ाते थे?

[A]. प्यार से
[B]. खेल-खेल में
[C]. मार-पीट कर
[D]. कहानियाँ सुनाकर
स्मृति, भावनाएं और सीख

अंत में लेखक उन भावनात्मक घटनाओं को याद करते हैं जो जीवन भर उनके साथ रही हैं – जैसे किसी दोस्त का स्कूल छोड़ देना, किसी अध्यापक का स्कूल बदल जाना, या किसी खास अवसर का छूट जाना। यह सब मिलकर लेखक के भीतर गहराई से छप गईं यादें बन गईं। यह अध्याय हमें सिखाता है कि जीवन के हर छोटे पल का महत्व है, और वे स्मृतियाँ हमें गढ़ती हैं। इससे जुड़े MCQ प्रश्नों से छात्र यह समझ सकते हैं कि कौन-सी घटनाएँ लेखक को क्यों याद रहीं, किस पल ने उन्हें सबसे अधिक प्रभावित किया और कैसे भावनात्मक जुड़ाव को शब्दों में पिरोया गया।

Q17. मास्टर प्रीतमचंद किस विषय के अध्यापक थे?

[A]. हिंदी
[B]. गणित
[C]. पी.टी. (शारीरिक शिक्षा)
[D]. विज्ञान

Q18. लेखक के बचपन में अधिकतर बच्चों को पढ़ाई के लिए क्या नहीं मिलता था?

[A]. जूते और अच्छी किताबें
[B]. नए कपड़े
[C]. खाने के लिए पर्याप्त भोजन
[D]. प्यार और दुलार

Q19. हेडमास्टर शर्मा जी ने मास्टर प्रीतमचंद को सस्पेंड करने के बाद क्या किया?

[A]. उन्हें जेल भेज दिया।
[B]. उनसे नौकरी छोड़ने को कहा।
[C]. कुछ दिनों बाद उनकी बहाली कर दी।
[D]. उन्हें हमेशा के लिए निकाल दिया।

Q20. लेखक के अनुसार, छुट्टियों का गृहकार्य पूरा न होने पर बच्चे किस बात की कामना करते थे?

[A]. छुट्टियाँ और बढ़ जाएँ।
[B]. स्कूल खुलें ही नहीं।
[C]. भूकंप आ जाए या स्कूल में आग लग जाए।
[D]. टीचर बदल जाए।

परीक्षा में Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2 MCQ किस प्रकार के आते हैं?

इस अध्याय से जुड़े MCQ प्रश्न मुख्यतः कहानी की घटनाओं, पात्रों और उनके व्यवहार पर आधारित होते हैं। जैसे – “कौन-सा वाक्य मित्रता में भाषा की बाधा न होने को दर्शाता है?” या “पीटी मास्टर की ‘शाबाश’ विद्यार्थियों को क्यों वीरता चिह्न जैसी लगती थी?” इस तरह के प्रश्न सीधे तथ्यात्मक, व्याख्यात्मक और शब्दार्थ आधारित हो सकते हैं। इन प्रश्नों का अभ्यास करने से विद्यार्थियों को न केवल अध्याय के मुख्य बिंदुओं को दोहराने में मदद मिलती है, बल्कि पात्रों की भावनाओं और लेखक की सोच को भी गहराई से समझने का अवसर मिलता है, जिससे बोर्ड परीक्षा में अंक प्राप्त करना आसान हो जाता है।

Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2 MCQ का अभ्यास करने से पाठ को समझने में कैसे मदद मिलती है?

जब आप MCQ प्रश्न हल करते हैं, तो आपका ध्यान सिर्फ रटने पर नहीं बल्कि समझने पर केंद्रित होता है। जैसे-जैसे आप प्रश्नों के उत्तर तलाशते हैं, वैसे-वैसे आप यह समझने लगते हैं कि लेखक ने किन भावनाओं के साथ बाल्यावस्था का चित्रण किया है, पीटी मास्टर के व्यवहार का क्या प्रभाव था, और कैसे छोटे-छोटे अनुभव जीवन की बड़ी सीख बनते हैं। MCQ अभ्यास से आप अध्याय की घटनाओं को सही क्रम में रख पाते हैं, पात्रों की विशेषताओं को पहचान पाते हैं और लेखक की भावनाओं से जुड़ने लगते हैं। यह अभ्यास परीक्षा के साथ-साथ साहित्यिक दृष्टिकोण भी विकसित करता है।

Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2 MCQ करते समय विद्यार्थी कौन-कौन सी गलतियाँ करते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है?

MCQ प्रश्न करते समय कई बार छात्र जल्दबाज़ी में विकल्प पढ़े बिना ही उत्तर चुन लेते हैं। कभी-कभी पात्रों को आपस में गड़बड़ कर देते हैं, जैसे पीटी मास्टर और हेडमास्टर में भ्रम हो जाता है। कुछ छात्र सवालों को केवल सतही तौर पर पढ़ते हैं और पाठ में दिए गए सही शब्दों पर ध्यान नहीं देते। इन गलतियों से बचने के लिए ज़रूरी है कि आप प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें, हर विकल्प की तुलना पाठ से करें और लेखक की सोच को समझने की कोशिश करें। अभ्यास से आपकी गति और सटीकता दोनों बढ़ेगी और आप बिना घबराए सही उत्तर चुन पाएँगे।